कल आखिरकर उस लड़के से मुलाकात हो ही गयी, पूछने से पता चला कि अब वो उसका Boyfriend है जो 1 महीने पहले तक उसका Bestfriend हुआ करता था, समझ ही नही आ रहा था क्या बोलूं ? क्योंकि कुछ बोलता तो उसे लगता कि मैं अपनी बड़ाई करने के लिए उस लड़के को बुरा भला कह रहा हूँ तो मुझे चुप रहना ही सही लगा, हम लोग बातें कर ही रहे थे कि उसने कहा तुमलोग बातें करो तब तक मैं Washroom से आती हूँ, तो अब मेरे दिल मे उस लड़के के लिए कई सवाल थे जिनको में जानना चाहता था, तो मैंने कहा कि अब तो तुम्हारे साथ खुश है बहुत अच्छा है और अगर अब वो वापस कभी मुझसे कहती है कि मैं तुमसे प्यार करती हूं, तब भी मैं अब कभी प्यार नही कर सकूँगा की बात ये है कि जिस दिन उसने मुझे खिलौना समझ के छोड़ दिया था उस दिन मैंने भी सोच लिया जब खिलौना ही था तो मैं भी खिलौनों का खेल समझ के जाने देता हूं, और हमारी आदत है कि हम अपने पुराने खिलौने गरीबों के दे देते है, इतने में उस लड़के का Ego Hurt हो गया और वो बोलने लगा तू ऐसा है वैसा है, इसलिए उसने तुझको छोड़ा होगा.. Etc. etc
और भी बहुत कुछ..
लेकिन कुछ देर बाद शांत हुआ और बोला समझता हूँ कि तेरा दिल टूटा है तुझको बहुत बुरा लगा है, लेकिन मैं भी उसे बहुत पसंद करता था..
मैंने कहा चल कोई बात नही यार जाने दे..
इतने में अपने बीच एक Bro Code आ गया बोला चल कोई नही भी मैं तेरी Setting करवाऊंगा..
और मैंने कहा हां ठीक है भाई,
अब मैनें वो सवाल किया जिस सवाल का जवाब जानने के लिए मैं परेशान था,
मैनें पूछा भाई तेरे में ऐसा क्या था जो तूने उसे 1 महीने में दीवाना बना दिया मुझे तो ऐसा करने में 1 साल लग गया था फिर उसने हाँ बोला था, और उसके बाद भी हम लोग 3 साल Relationship में थे और तू आया 1 महीने में ही..
तब उसने एक बात बताई जिसे मैं सुन के दंग रह गया,
भाई ये सारा खेल दिखावे का है बस तुझे ये मालूम होना चाहिए सामने वाला कौन सा खेल देखना चाहता है, इसके साथ भी यही था कि उसे जो चाहिए था मैं जान चुका था और मैं वही दिखाया जो वो देखना चाहती थी, मैनें वही सुनाया जो सुनना चाहती थी, उसे अच्छा या बुरा नही चाहिए था उसे बस ये था कि वो जो चाहती है उसको मिले, और जो उसे मुझसे मिला इसलिए उसने तुझे छोड़ दिया..
चल एक बात बता तूने एक दुकान खोली है जहां तू दुनिया भर की अच्छी चीजें बेच रहा है, ये भी हो सकता है तूने अपनी जान झोंक दी हो ये सब करने में और बदले में तू सिर्फ इतना चाहता है कि वो लड़की तेरी दुकान से समान ले..
लेकिन दोस्त तुझको ये मालूम नही कि उसको वो अच्छी चीजें चाहिए भी या नही, उसको कुछ और ही चाहिए था जो तू नही दे रहा है, तो सीधी सी बात है ना वो दूसरे दुकान पे जाएगी ना जहां वो मिले जो वो चाहती है, तो भाई यहाँ प्यार दो प्यार लो का Concept नही चल रहा है यहां Demand and Supply चल रहा है, समझो खेल सिर्फ दिखावा का था, तो अब तू भी वैसा ही किया करना, फिर तुझे कोई लड़की नही छोड़ कर जाएगी..
इतने में वो आ जाती है और फिर कहती है चलो मेरे घर से काफी फ़ोन आ रहे है मुझे घर छोड़ दो, और फिर वो उसके साथ चली गई और मैं उसे देखता रहा काफी देर तक..
और सोचने लगा की अब से मैं भी ऐसा ही करूँगा, "दिखावा" पर साला कुछ दिनों बाद समझ आया दिखावा मुझसे नही होगा, मैं लोगो के लिए अच्छा बन कर खुद सामने नज़रें नही झुक सकता, तो सोच लिया है मैं जैसा हूँ वैसा ही रहूंगा, और कभी हुआ तो मुझे भी की ना कोई जरूर मिलेगी..
जो दिखावा नही मोहब्बत करना जानती हो..
आज 6 साल बित चुके है उस बात को, कल उसकी शादी है और ये लड़का भी उसे 1 महीने पहले ही मिला था लेकिन अब उसे Settel होना था तो वो आखिरकार शादी कर रही है, शायद वो लड़का भी उसकी जरूरतें समझ नही पाया..
और मैं आज भी बैठा हूँ किसी दिखावा ना करने वाली के इंतजार में..
~© Dev Prakash
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30.01.2024
Kajal sah
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