मेरी आखों की तारा है तू
मेरी हर मुस्कान की वजह है तू
रब से प्यारी है तू
मेरी जिंदगी जीने की वजह है तू
तू ही मेरी शाम
तू ही मेरी सुबह है तू
तू ही मेरी मधुवन की ख़िली फूल है तू
तू ही मेरी मधुशाला है
तू ही मेरी कलम है
तू ही मेरी सारी कविताओं की
वर्ण है तू
तू ही मेरी ख़ुशी
मेरे हर अल्फाजों की शब्द है तू
तू ही मेरी प्रारम्भ
तू ही मेरी अनन्त है तू
तू ही मेरी जिंदगी है।
धन्यवाद : काजल साह :स्वरचित
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