नानाजी मिठाई लाए बच्चों नें खूब खाये खिले - खिले मुस्कान से सारे बच्चें खिलखिलाएं। नानी जी नें गोल - गोल पुआ बनाया बच्चों के मुँह में पानी आया छोटे - छोटे निवाले से बच्चों नें खूब खाया। दादा जी नें रंग - बिरंगी गुब्बारें बच्चों का मन खूब चहाकये लाल - पीले गुब्बारें से बच्चों के मन में उत्सुकता लाए। दादी जी नें बच्चों को कहानी सुनाया बच्चों को खूब भाया एक था राजा एक थी रानी कहानी सुनके बच्चों नें खुद ताली बजायें। चाचाजी नें नए - नए खिलौने लाए बच्चों के मन को खूब लुभाए घोड़ा, जिराफ, हाथी सब पर बैठकर बच्चों नें खूब ठहाका लगाए। धन्यवाद: काजल साह स्वरचित