सार्थक, स्पष्ट और सुंदर लिखना एक कला है। यह कला निरंतर पढ़ने,सिखने,लिखने एवं अभ्यास के माध्यम से अर्जित किया जा सकता है।एक क्लास के बच्चों को एक जैसा पेपर मिलता है लेकिन अनेकों बच्चों में कुछ टॉप कर पाते है। जिस प्रकार हमने कम्युनिकेशन स्किल कोर्स में सीखा था कि क्या बोलने से ज्यादा सबसे महत्वपूर्ण है कि कैसे बोला जाये? वर्बल कम्युनिकेशन के साथ यह बात रिटेन कम्युनिकेशन में भी लागु होती है।
आज इस निबंध के माध्यम से जानने का प्रयास करेंगे कि लॉन्ग आंसर कैसे सार्थक, स्पष्ट और सुंदर तरिके से लिख सकते है?
कैसे याद किये हुए जानकारी को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत कर सकते है? छात्रों से लेकर पेश्वर के लिए ये टिप्स प्रभावी हो सकता है।
1. गहराई : अंक लाने के उद्देश्य केवल ना पढ़े, बल्कि सिखने के लिए पढ़े। ज्ञान, कौशल,बुद्धि इत्यादि को मजबूत करने के लिए पढ़े। मान लीजिये आप एग्जाम के कुछ दिन पहले पास हो भी गए.. लेकिन विषय का ज्ञान और कुछ नया सिखने का अवसर आपने खो दिया। इसलिए सबसे पहले अपने माइंड को सिखने के लिए तैयार करें।विषय के बारे में गहराई से ज्ञान हासिल करें। आज इंटरनेट के युग में हर प्रकार की सुविधा है। अगर किसी विषय में समस्या है, अगर किसी टॉपिक को पढ़ना है तो आप आसानी से पा सकते है। विषय के हर महत्वपूर्ण बिन्दुओ को ध्यान से पढ़े। रट्टा नहीं कांसेप्ट को मजबूत करें।
2. ढांचा :विषय को गहराई से समझने के बाद दूसरा महत्वपूर्ण बिंदु नोट्स बनाये। दूसरे के नोट्स ना पढ़े। स्वयं से नोट्स तैयार करें।
लॉन्ग क्वेश्चन लिखने के लिए एक ढांचा तैयार करें। जिसके अन्तर्गत प्रश्न के उत्तर का परिचय, मुख्य बिंदु, उदाहरण और निष्कर्ष शामिल करें।प्रयास करें कि सारा उत्तर पॉइंट्स में लिखें। और उपरोक्त टिप्स के अनुसार ही लिखें( परिचय, मुख्य बिंदु और निष्कर्ष )
3. उदाहरण : लॉन्ग आंसर में examples का बहुत महत्व है। अगर आप पॉइंट्स में लिख रहे है या पैराग्राफ में तब मुख्य बिंदुओं के समर्थन के लिए विशिष्ट और सार्थक उदाहरण का चयन करें। उदाहरण के माध्यम से आप सुगमता और स्पष्टता से उत्तर को प्रकट कर सकते है। लॉन्ग आंसर लिखते समय जरूर ही उदाहरण को सम्मलित करें।
4. शब्द :अधिकांश टीचर्स कहते है,जो पढ़ा है उसे अपने भाषा में लिखें।जो आपने समझा है, उसे अपने शब्दों में लिखें। इसे आपका क्रिएटिविटी स्किल, राइटिंग स्किल विकास होगा। लेकिन ध्यान रखे.. अपनी भाषा में लिखते समय प्रभावशाली शब्द, सार्थक शब्दों का चयन करें।
आप नए - नए शब्द अपने पाठ्यपुस्तक से रोज सीखें। नए - नए शब्दों को अपने बातचीत के दौरान अपनाएं। इसे आपका अभ्यास होगा। लेखन के साथ वर्बल कम्युनिकेशन में धीरे - धीरे विकास होगा।
5. स्पष्ट एवं टू दी पॉइंट :टॉपर और एवरेज बच्चों में सबसे बड़ा अंतर यह अंतर होता है- दोनों ही एग्जाम में लिखते है, लेकिन दोनों के आंसर लिखने का तरीका अलग होता है।
एवरेज स्टूडेंटस ज्यादा से ज्यादा पैराग्राफ में लिखते है और टॉपर स्टूडेंटस उसी आंसर को टू दी पॉइंट्स में लिखते है। अधिकांश टीचर्स को पॉइंट्स में लिखा आंसर ही भाता है। पॉइंट्स में लिखें होने के वजह से टीचर्स आसानी से चेक कर पाते है। अगर आप भी अच्छा मार्क्स लाना चाहते है, तब कोशिश करें.. आंसर को टू दी पॉइंट्स में लिखने का।
आंसर लिखते समय अगर संभव हो तो ब्लैक पेन का उपयोग करें। ब्लैक पेन से जो भी आंसर के महत्वपूर्ण शब्द है, उसे आप हाईलाइट कर सकते है।
आंसर में एक ही प्रकार के वाक्यों का बार - बार उपयोग करने से बचे।इसे आपका उत्तर नीरस हो सकता है। आंसर को सार्थक बनाने के लिए अच्छे शब्द के साथ सार्थक एवं स्पष्ट वाक्य भी बनाए।
6. अभ्यास : अभ्यास वह प्रकिया है, जिससे आप किसी भी फील्ड में महारथ हासिल कर सकते है। अगर नियमित रूप से निरंतर अभ्यास करते है, तब। उपरोक्त के अनुसार उत्तर बनाए। और लिखने और पढ़ने का 2-3 घंटे रोज अभ्यास करें।
आंसर लिखने के बाद उत्तर को चेक करें। अगर उत्तर में कोई गलती हुई हो तो फिर से पढ़े और गलती को सुधारने का प्रयास करें।
प्रतिदिन लिखने से आप व्याकरण से लेकर शब्दों की पुनरावृति से संबंधित गलतियों को धीरे - धीरे दूर कर सकते है।
अन्य टिप्स : उपरोक्त टिप्स के अलावा कुछ और महत्वपूर्ण टिप्स है।
# समय : अधिकांश बच्चों को उत्तर आता है, लेकिन समय आभाव की वजह से स्टूडेंटस पूरा नहीं कर पाते है। यह इसलिए नहीं हो पाता है, क्युकी स्टूडेंट्स टाइम में आंसर लिखने का अभ्यास नहीं करते। यह अत्यंत जरुरी है कि विद्यार्थी को समय सीमा को ध्यान में रखते हुए आंसर लिखने का अभ्यास करना चाहिए।
स्कूल, कॉलेज एवं कोचिंग से अपने उत्तर को दिखाएं और उनके सुझावों पर विचार करें।
आशा करती हूँ कि यह निबंध आपके लिए बेहद लाभदायक सिद्ध होगा। नियमित अभ्यास करें और कड़ी से कड़ी मेहनत करें।
धन्यवाद
काजल साह
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