मैं भी आगे बढ़ना चाहती हूँ, माँ
ऊँची - ऊँची उड़ानों से
मैं भी उड़ना चाहती हूँ, माँ
तेरे हर सपनों कों
मैं भी पूरा करना चाहती हूँ, माँ
मैं तेरे लिए सुंदर जहान बनाना चाहती हूँ, माँ
मैं भी पढ़ना चाहती हूँ, माँ।
समाज के व्याप्त कमियों कों
मिटाना चाहती हूँ, माँ
पापा का अभिमान
बनना चाहती हूँ, माँ
स्वयं पर निर्भर
रहना चाहती हूँ, माँ
मैं भी आगे बढ़ना
चाहती हूँ, माँ
मैं भी शिक्षा ग्रहण
चाहती हूँ, माँ।
अपने भय कों मिटाना
चाहती हूँ, माँ
लोगों के रूढ़िवादी सोच कों
कुचलना चाहती हूँ, माँ
जीवन के हर कठिन
डगर पर
अकेला चलना चाहती हूँ, माँ
माँ मैं भी कागजी पकड़ना
चाहती हूँ
मैं भी अपने कठिन
परिश्रम से
अपनी पहचान बनाना
चाहती हूँ, माँ
जग में तेरा नाम आगे
बढ़ाना चाहती हूँ, माँ
मैं भी पढ़ना चाहती हूँ, माँ।
धन्यवाद : काजल साह :स्वरचित
|
K
|
20.05.2023
Kajal sah
Readers
86
|
निबंध : यह गलतियां 20 से 30 साल की उम्र ना करें 
गलती -1
आपने अपनी शिक्षा जारी रखी, क्योंकि इसमें आप अच्छे है । खुद से कभी पूछा .....
|
K
|
02.05.2023
Kajal sah
Readers
82
|
निबंध : विनर और लूज़र क़ी पहचान क्या हैं? 
निबंध : विनर और लूज़र में क्या अंतर है?
जीतना, जीवन में सक्सेसफुल होना सभी चा .....
|
K
|
12.04.2023
Kajal sah
Readers
80
|
मेरा पसंदीदा हिंदी 
हमारे भारत देश में विभिन्न प्रकार की भाषाएँ बोली जाती है, क्युकी हमारे भारत देश .....
|
K
|
30.03.2023
Kajal sah
Readers
63
|
निबंध : टालूपन 
हर व्यक्ति अपने जीवन में आगे बढ़ना चाहता है, हम सभी चाहते हैं कि अपने जीवन के सा .....
|
K
|
30.03.2023
Kajal sah
Readers
66
|
निबंध : प्रबंधन है जरूरी? 
निबंध : समय प्रबंधन है जरूरी?
हम सभी जीवन में सफल होना चाहते है, और जीवन की .....
|
K
|
18.03.2023
Kajal sah
Readers
96
|
निबंध :ऑनलाइन गेम एक लत? 
ऑनलाइन गेम
आज डिजिटल की दुनिया में हर चीज डिजिटल का रूप धारण करतें जा रहा है .....
|
K
|
10.03.2023
Kajal sah
Readers
87
|
कविता : खींची गई लक्ष्मण रेखा 
खींची गई है लक्ष्मण रेखा,
मेरे सपनों को मार कर
छा गया है अंधेरा,
मेरे दुखों .....
|
K
|
04.03.2023
Kajal sah
Readers
82
|
Poetry: Justice
 
I am crying
on my own life
I am in pain
own life
torn my clothes
tho .....
|
|