किसी भी देश का भविष्य वहां के युवाओं टिका होता है।किसी भी देश की सशक्त, मजबूत और संकलपूर्ण युवा ही सुनहरा भविष्य का चिन्ह होता है।समय बहुत तेज़ी से आगे बढ़ रहा है.. समय के पास समय नहीं आपको फिर से समय देने के लिए। भारत युवाओं का देश है.. जहां 65% से अधिक युवा निवास करते है। भविष्य सुनहरा.. सुंदर.. सुशील तब बनेगा जब युवा मानसिक, सामाजिक, शारीरिक, सांस्कृतिक रूप से मजबूत हो।देखा यह जा रहा है.. वर्तमान समय में युवाओं में ऐसी बहुत आदतें है.. जिससे वे नुकसान अर्थात विनाश की ओर अग्रसर हो रहें है। ऐसी आदतें.. जो खरपतवार के भाँति है।
निम्नलिखित बुरी आदतें :
1. सोशल मीडिया : सोशल मीडिया एक सशक्त उपहार है.. अगर युवा इसका उपयोग अपने विकास के लिए करते है.. तब वे बहुत आगे बढ़ेंगे.. लेकिन आज सोशल मीडिया का उपयोग केवल अपने मनोरंजन के लिए कर रहें है। वे मनोमंजन से बहुत दूर जा रहें है। वास्तविकता को भूल युवाओं ने सोशल मीडिया को ही रियलिटी मान लिया है। जिससे उनका समय, ऊर्जा अनपयोगी कार्यों में व्यर्थ हो रहा है.. जिससे वे विनाश की ओर अग्रसर हो रहें है।
2. टालना : हमेशा याद रखे.. कल कभी नहीं आता। टालना एक धीमा विषा की भाँति है.. जो आपको धीरे -धीरे मारती है। और एक समय बाद पूर्ण तरिके से। यह विष आपका आत्मविश्वास, आत्मज्ञान, आत्मविश्लेषण, अवसर इत्यादि को नष्ट कर देती है। आप युवा है.. आप शक्ति है.. आप उज्जवल भविष्य है.. आप सुनहरा कल है। किसी भी कार्य को कल पर टालने की आदत को अपने जीवन से दूर शीघ्रता से करे.. अन्यथा यह आपको मार देगी.. आपके सपनों को मार देगी।
फिजिकल : किसी ने क्या खूब कहा है.. अगर आज आपने अपने 20 मिनट फिजिकल एक्सरसाइज को दे दिया.. तब यह आपको भविष्य में विभिन्न सारी बीमारियों से लड़ने में आपको सक्षम बनाएगी अर्थात यह आपके रोग -प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएगी। लेकिन आज के युवा अपने फिजिकल हेल्थ पर ध्यान नहीं दे रहें है.. जंक फ़ूड जैसे फ़ूड का सेवन करके अपना मेन्टल और फिजिकल हेल्थ दोनों को नुकसान पहुंचा रहें है। जिसका नकारात्मक प्रभाव आपके मेन्टल और फिजिकल हेल्थ पर हो रहा है।यह एक ऐसी बुरी आदत है.. जिससे आप मृत्यु के करीब शीघ्रता से जाते है। अपने जीवन शैली में फिजिकल एक्टिविटी को जरूर समय दे।
प्रेम : आज सीरियल, फ़िल्म, सांग, वेब सीरीज इत्यादि में एक लड़के और लड़की प्रेम इतना दिखाया जा रहा है कि जिसका प्रभाव युवाओं पर अत्यधिक पड़ रहा है। प्रेम अर्थात प्यार करना गलत नहीं है.. लेकिन अपने करियर, स्टडी में अपना समय और ऊर्जा ना देकर ऐसे कार्यों में समय देना.. जिससे हमारा ही ऊर्जा और समय व्यर्थ होता है। बड़ी दुख कि बात है.. आज छोटे -छोटे बच्चे गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड जैसे शब्दों का उपयोग कर रहें है.. कहाँ जा रहा है आज का युवा? हर युवाओं का प्राथमिक करियर होना चाहिए। नश्वर शरीर के पीछे जाने कुछ नहीं होगा.. करियर, सेल्फ ग्रोथ पर ध्यान केंद्रित करे।
गोल : गोल वह आकार है जो आपके व्यक्तित्व को सुंदर आकर प्रदान करती है। बिना लक्ष्य के जीवन वह नाविक के समान है जिससे पता नहीं है कि उसकी मंजिल अर्थात उसे जाना कहाँ है। युवाये हमारे देश के भविष्य है... उज्वल सितारें है। हर युवाओं का दृढ़ लक्ष्य होना अत्यंत जरुरी है.. बिना लक्ष्य के कारण युवाओं का ऊर्जा और समय गुण व्यर्थ होता है। यह एक बुरी आदत है.. जीवन में लक्ष्य का ना होना। बिना गोल के उनका जीवन भविष्यहीन हो रहा है।
अत्यंत:अध्यात्मिक (वृद्धावस्था )में जुड़ने का समय नहीं..हर यंग जनरेशन को अध्यात्मिकता के क्षेत्र में शीघ्रता से जुड़ना चाहिए। अध्यात्मिक के क्षेत्र नहीं जुड़ने के कारण.. वे स्वयं को पहचान नहीं पा रहें है. बुरी आदतों को अपना रहें है.. बुरा कार्य कर रहें है। यह सभी आदतें है... युवाओं को विनाश की ओर ले जा रही है। इसलिए अत्यंत जरुरी की हर युवा आध्यात्मिकता के क्षेत्र से जुड़े। जिससे उनका आचरण विन्रम, स्वाभाव सुंदर और कार्य बेहतरीन हो सकता है। इसलिए हर बड़ो से विनती है कि वे अपने बच्चों स्पीर्चुअल के फील्ड के बारे में बताये। और युवा धीरे -धीरे स्पीर्चुअल के फील्ड क़ो समझें।
लैक : अगर मैं आपको कहती हूँ कि युवाओं क़ो अभी तक बोलने नहीं आया.. तब आप क्या कहेंगे?बोलना सभी क़ो आता है लेकिन इफेक्टिव कम्युनिकेशन सफलता की सशक्त चाभी के समान है।अत्यंत जरुरी है कि युवा अपना पैसे व्यर्थ के चीज़ों में बर्बाद ना करके अपने पर्सनालिटी डेवलपमेंट में इन्वेस्ट करे। जिससे वे विकास के पथ पर अग्रसर होंगे एवं जल्द ही अपने गोल तक पहुँच सकते है।
निर्भरता :जब अत्यधिक युवा हर छोटी से बड़ी चीज़े के लिए अपने पेरेंट्स पर निर्भर होने लगते है.. तब वे आलस्य के शिकार हो जाते है। दूसरों पर निर्भर रहने हम अपनी स्वंत्रता खोने लगते है। इसलिए यह अत्यंत जरुरी है कि आप स्वयं पर निर्भर रहना जल्द से जल्द सीख जाइये। अपने टाइम का सदुपयोग स्वयं क़ो बेहतर बनाने में कीजिये।
पूअर :किसी ने क्या खूब कहा है अगर आप गरीब पैदा हुआ.. उसमे आपकी कोई गलती नहीं है। लेकिन अगर आप गरीब ही मर गए. इसमें आपकी पूरी गलती है। समय बहुत बलवान होता है.. अगर आज आप समय का दुरपयोग कर रहें है.. जिस दिन आपको समय का हौथड़ा पड़ेगा.. आप उस दिन पुरे तरिके से टूट जाएगा।
अब आएगा समय?
समय तो टला जा रहा है
भविष्य विनाश की ओर बढ़ते जा रहा है।
इसलिए हर युवाओं से विनती है.. आप अपनी ऊर्जा.. अपनी शक्ति का सदुपयोग कीजिये। हमेशा याद रखे.. दुनिया अगर जो सबसे गर्वमान है.. वह समय है। इसका क्षण बुरा प्रयोग आपको विनाश की ओर ले जाएगा।
अंहकार : सुबह 8 बजे ममता जी की किताब में एक विषय अंहकार। अंहकार आत्मबोध का अभाव, अहंकार स्वयं का मूल्यांनक ना सही नहीं करना। अंहकार स्वयं क़ो ना जानने का दूसरा नाम है। आज वर्तमान में लोग स्वयं क़ो बेहतरीन दिखाने में इतना व्यस्त हो चुके है कि वे वास्तविकता क़ो भूल स्वयं क़ो श्रेष्ठ समझ रहें है.. दूसरों क़ो बुरा, व्यर्थ। यह अंहकार का ही चिन्ह है। अपने जीवन से इस कालीमा क़ो दूर करे.. अपने जीवन सही दिशा में लाने का प्रयास करे। आप जितना करुणा, दयालु स्वाभव के रहेंगे.. लोग आपसे शीघ्रता से जुड़ेंगे। आपका विकास होगा.. लेकिन जब अंहकार क़ो आप चुनते है.. आपका हार और आपका विनाश होता है।
संगत : सही संगत जीवन में गति प्रदान करती है.. और गलत संगत गातीहीनता। अपने जीवन में सही संगत क़ो चुने... जिनका विचार सकारात्मक हो... जो आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करे.. हर मुसीबत से लड़ने के लिए आपको साहस दे। तब ही आप जीवन में सफलता के ऊँची - ऊँची मुकाम तक शीघ्रता से पहुंचेगे.. लेकिन अगर आप गलत मित्रों के साथ अपना समय बिताते है.. तब आप विनाश की ओर बढ़ते है.. हार की ओर बढ़ते है.. इसलिए अपने जीवन से नकारात्मक लोगों, नकारात्मक विचारों, नकारात्मक चैनल्स इत्यादि से दूर हो जाए। सकारात्मक व्यक्ति, विचारों क़ो consume करे। तब ही आप आगे बढ़ेगा.. तब ही आपका स्ट्रांग माइंडसेट होगा।
यह कुछ ऐसे हैबिट्स है.. जो युथ क़ो शीघ्रता से विनाश कर रही है। आप युवा है.. आप उज्जवल चमकते तारे है.. आप सुनहरा कल है.. आप विजेता है। इसलिए अपने जीवन से इन बुरी आदतों क़ो ना आने दे.. और हमेशा आगे बढ़े।
धन्यवाद
काजल साह
|